''जिंदगी ने जिंदगी को जिंदगी भर शर्मिंदा रखा क्यों कैद जिस्म में रूह का परिंदा रखा,,
कहीं हुस्न तो कहीं इश्क़ बदनाम होता है, खेल जिस्मों का अब सरे-आम होता है। कहीं हुस्न तो कहीं इश्क़ बदनाम होता है, खेल जिस्मों का अब सरे-आम होता है।
मेरे मालिक इन भरे बाजारों से क्या होता है जिनको रोटियां नसीब नही बेचारों का क्या हो। मेरे मालिक इन भरे बाजारों से क्या होता है जिनको रोटियां नसीब नही बेचारों का ...
मुझे राजनीति कुछ ज्ञान नही, मगर ये मुद्दे कौन उठाएगा। मुझे राजनीति कुछ ज्ञान नही, मगर ये मुद्दे कौन उठाएगा।
वो ये गुनाह सरेआम करते हैं, निगाहों से अपनी कत्लेआम करते हैं। वो ये गुनाह सरेआम करते हैं, निगाहों से अपनी कत्लेआम करते हैं।
लुटाओगे हम ही पर जो कहा था याद बाकी है। लुटाओगे हम ही पर जो कहा था याद बाकी है।
सो रहा है आसमां सितारे आये हैं, सारे के सारे दीवाने तुम्हारे ही आये हैं। सो रहा है आसमां सितारे आये हैं, सारे के सारे दीवाने तुम्हारे ही आये हैं।
फूल तुम्हारे इश्क़ से जलने लगे हैं, देख लो जल कर पिघलनें लगे हैं। फूल तुम्हारे इश्क़ से जलने लगे हैं, देख लो जल कर पिघलनें लगे हैं।
इश्क़ के फूल बनके दिलों को महकाओगे दिल को गर शायरी सा बनाओगे। इश्क़ के फूल बनके दिलों को महकाओगे दिल को गर शायरी सा बनाओगे।
कौन है जो रुह से प्यार करता है कौन है जो रुह से प्यार करता है
चाँद ने तेरे दर पर आकर सर झुकाया है, सितारों को भी आखिर तेरा ही रूप भाया है। चाँद ने तेरे दर पर आकर सर झुकाया है, सितारों को भी आखिर तेरा ही रूप भाया है।