संरक्षण
संरक्षण
जीवन में अगर मुस्कुराना है
तो मृदा संरक्षण को किया गया
वादा निभाना है।
चेहरों पर निखार लाना है
तो प्रकृति का संतुलन बनाना है
जल अमूल्य है।
मिट्टी अमूल्य है
ओजोन परत भी अमूल्य ही तो है
अनमोल सम्पदा का बिना
विचारे हुआ दोहन।
बीमारियों को देता हुआ आमंत्रण,
इससे दूर जाना है
अपनी भावी पीढ़ियों के लिए बचाना है
अब नहीं और टेक्टोनिक विवर्तन बढ़ाना है।
