संगीत का जादू
संगीत का जादू
संगीत कर सकता है जादू पता है
पर ये बात कर के दिखानी है
ऐसा कुछ गायन, वादन कर के दिखा
नाचे जिस पे जीवन की मोहिनी है
बजाया करते हो एकान्त में धुनें तमाम
दुनिया का एकांत भर दे सच्ची वही रागिनी है
इक राग बना डालो इन्सान के शोर का भी
सब लोगों के अकेलेपन की दवा बस ध्वनि है
तरन्नुम में झूमता तो रहता है दिल तुम्हारा
आवाज भीतर की ही नहीं बाहर की भी सुननी हैं
भीतर भी आकर बजती रहे तेरे दिल के
बाहर की कोई ऐसी ही ध्वनि चुननी है
तेरा साज तेरी दुनिया हो, दुनिया तेरा साज हो
कीरत तुझे ऐसी मस्तक पर टांकनी है
संगीत की ये न खत्म होने वाली दौलत
खुलकर हर रोज दोनों लुटानी है
किसी का भी गुणगान करता फिरे कोई
तुझे बस वही कविता गानी है
दुख हर ले पल में जो जग का
सरगम बस वही बनानी है।