सिर्फ मुझी से प्यार करें
सिर्फ मुझी से प्यार करें


कही दूर खड़ी इंतजार करें,
दिल जब भी टूटे कभी उसका,
वो सिर्फ मुझी से प्यार करें !
ऐतबार करे, ऐतराज़ करें
वो सिर्फ मुझी से प्यार करें !!
मैं दर्द के साहिल पे
तन्हा अकेला खड़ा हूँ ,
अपने सनम के दीदार के लिये,
ज़ब वो मुझे पहली दफा देखे
तो वो भी एकबार करें!
ऐतबार करे, ऐतराज़ करे
वो सिर्फ मुझी से प्यार करें !!
मैं उसका दामन भर सकूँ
ख़ुशियों से,
ऐ ख़ुदा मुझ में इतनी बरकत दे,
मैं रात अंधेरों में उसका चाँद बनूँ ,
मुझ में इतनी शिरकत दे,
कल जब वो मिले मुझसे
तो इज़हार करें!
ऐतबार करे, ऐतराज़ करें
वो सिर्फ मुझी से प्यार करें !!