प्रकृति का श्रृंगार
प्रकृति का श्रृंगार
बर्फ से कर रही है प्रकृति हिमालय का श्रृंगार
कितना सुंदर है यह दृश्य मनमोहक है अपार
पूरे हिमालय पर सफेद बर्फ की चादर पड़ी है
ऐसा लग रहा है कि मखमली दुपट्टा ओढ़े खड़ी है
पत्तियां कानों के झुमको की तरह हिल रही हैं
मंद मंद झूलती हुई शीत हवाएं चल रही हैं
पर्वतों में बहते झरने ठंड से जम गए हैं
मानो लज्जा से किसी के पांव थम गए हैं
शिखा हिमाद्रि की बिंदिया रूपी सज रही है
दिल्ली में पायल की तरह सरिता फब रही है
अनुपम श्रृंगार किया प्रकृति ने हिमालय का
कण-कण में झलकती है अप्रतिम सुंदरता।
