मीरा हुई दीवानी
मीरा हुई दीवानी
सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी,
गली गली भटके है महलों की थी रानी।
मां ने ही तो बचपन में प्रेम था सिखाया,
रुक्मिणी ने बन पाई बन न पाई राधा।
वो तो बन गई देखो एक अमर कहानी,
सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी।
ब्याह करके वह ससुराल आई,
बहू की सारी रस्में निभाई
पति को पति वो समझ नहीं पाई
मन में थी कृष्ण की मुरत समाई
सबने ही उसको वहां समझा बेगानी,
सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी।
सब कुछ छोड़ उसने कृष्ण को अपनाया,
दूध में मिलाकर विष उसे पिलाया।
मंदिरों में उसने अपना डेरा जमाया,
जोगन बन दिन-रात कृष्ण- कृष्ण गाया।
गली गली घूमे देखो हे राधा -रानी,
सांवरे की खोज में मीरा हुई दीवानी।