शिव_विवाह
शिव_विवाह
भोले भंडारी
बैल सवारी, चले
बिहाने गौरी
भूत बारात
भोला है भूतनाथ
डमरू हाथ
पार्वती द्वार
सजे बंदनवार
डोली तैयार
मस्त मलंग
भस्म रमाये अंग
घराती दंग
उठा विवाद
गौरा शिव संवाद
शंख-निनाद
करे ना मान
क्षुब्ध हैं हिमवान
मांगे प्रमाण
किया शृंगार
रूप दिया संवार
वेदी तैयार
पाणिग्रहण
हो मङ्गलाचरण
गौरी वरण
भव्य जलसा
सारा ब्रह्मांड हर्षा
पुष्पों की वर्षा।
