STORYMIRROR

Anita Sharma

Classics Others

4  

Anita Sharma

Classics Others

शिव_विवाह

शिव_विवाह

1 min
339

 भोले भंडारी

बैल सवारी, चले

 बिहाने गौरी


   भूत बारात

भोला है भूतनाथ

   डमरू हाथ


  पार्वती द्वार

सजे बंदनवार

  डोली तैयार


  मस्त मलंग

भस्म रमाये अंग

   घराती दंग


  उठा विवाद

गौरा शिव संवाद

  शंख-निनाद


  करे ना मान

क्षुब्ध हैं हिमवान

   मांगे प्रमाण


 किया शृंगार

रूप दिया संवार

  वेदी तैयार


 पाणिग्रहण

हो मङ्गलाचरण

  गौरी वरण


  भव्य जलसा

सारा ब्रह्मांड हर्षा

   पुष्पों की वर्षा


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics