पाणिग्रहण की बेला, हाथों में मेहंदी साजन की रच जाती है पाणिग्रहण की बेला, हाथों में मेहंदी साजन की रच जाती है
पूरी होवें मनोकामनाएं कृपा प्रभु की रहे, प्रभु विनती" धनपति "की यह स्वीकार हो। पूरी होवें मनोकामनाएं कृपा प्रभु की रहे, प्रभु विनती" धनपति "की यह स्वीकार हो...
विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन। विस्मृत कर दें कटुक पलों को, सदा प्रफुल्लित रखना है मन।
प्राण देकर भी वचन निभाते आजीवन, अग्नि साक्षी तो सात जन्म हैं रहते साथ। प्राण देकर भी वचन निभाते आजीवन, अग्नि साक्षी तो सात जन्म हैं रहते साथ।