शीतलासप्तमी
शीतलासप्तमी
शीतला माता के भजन गाओ
रंग लगाओ,गुलाल भी उड़ाओ
आया पर्व शीतलासप्तमी का
ओल्या,पापड़ी खाओ-खिलाओ
आज शत्रु को भी गले लगाओ
मन के मनभेद आज मिटाओ
शीतला माता के भजन गाओ
पुआ,पकौड़ी का भोग लगाओ
शीतलासप्तमी पर नाचो,गाओ
आज के दिन बिल्कुल न शर्माओ
मन के भाव रंग लगाकर बताओ
पुराने मित्रों से आज मिलने जाओ
इस भीषण गर्मी में,शरीर ही नही
मन के भीतर भी शीतलता लाओ
आज बासी भोजन स्वाद को पाओ
अपनी अंतरात्मा को तृप्त कर जाओ
पर्व का तुम महत्व समझ जाओ
होली के रंगों जैसे,तुम मुस्कुराओ
आज बड़ो के चरण स्पर्श करके,
उनसे आशीर्वाद का खजाना पाओ
हमारी पर्वो को विज्ञान ने सराहा
ओल्या खाकर के गर्मी को मिटाओ
आज चुनाव पर भी चर्चा कर जाओ
जो सही है,उसे ओल्या खाने बुलाओ।