STORYMIRROR

Naveen kumar Bhatt

Action

4  

Naveen kumar Bhatt

Action

शीर्षक- महोत्सव

शीर्षक- महोत्सव

1 min
411

सांस्कृतिक की धाराओं में

रीति रिवाजों का परिणाम

सुगम संगीत से परिपक्व

एकता संघर्ष सुदीर्ण बना

किसी लक्ष्य को साधता

समां दिलों में यह बांधता 

कुछ इस तरह से होते हैं

हर एक महोत्सव नज़ारे

बिम्ब से प्रतिबिंब सहते

सांस्कारिक भावना लिए

दिल कस नज़ारे है खिले

नेक कामना हर्ष उल्लास

प्रेम से लेकर के विश्वास

भारतीय संस्कृति गाथा

हर एक महोत्सव देते हैं

मीठे पकवान से लेकर

बड़ों के प्रति समर्पित

ये सम्मान देश खातिर

बलिदान, जाने कितने

मधुमास, अभिलाषा

विषम परिभाषा देकर

आते हैं दिलकश भरे,

हमारे हर एक महोत्सव



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action