STORYMIRROR

Naveen kumar Bhatt

Romance

3  

Naveen kumar Bhatt

Romance

साहित्य उदय

साहित्य उदय

1 min
141

उदय हुआ साहित्य का, संगम सकल जहान।

अलंकरण संपादकीय, यश कीरत गुणगान।।


कुशल क्षेम से कर रहे, समय समय पर ध्यान।

हिन्दी का उन्नयन हुआ, संगम सदा महान।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance