मुक्तक
मुक्तक
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आज युवा पर कीजिए, थोड़ा बहुत विचार।
नव पीढ़ी का मिट सके, गहरे सभी विकार।
दर - दर भटके रात दिन, सोच - सोच हैरान,
कुछ ऐसा संबल मिले, गुलशन भरा निखार।।