"शब्दों के रंग ख़ुशी के संग"
"शब्दों के रंग ख़ुशी के संग"
पीले वस्त्र पहनकर
बैठी है नारी
अपने पिया के इंतजार में
गुलाल लेकर खड़ी
गुलाल लेकर खड़ी
अपनी खुशी व्यक्त करती
अपनी सखी के संग
थोड़ी सी बातें करती
इतने में पिया जी आये
पहना था पीला कुर्ता
मुख पर मुस्कान
और सजनी की बोली
आया होली का त्योहार
रंगों में रंगीन
गुलाल लेकर आई
मैं अपनी खुशी व्यक्त करती
साजन बोला
पीले वस्त्र में लगती
सुंदर परी
ला दूंगा तुझे
बीकानेर की पीली चुनरी
मैं भी खेलूं तेरे संग
आज खुशी की होली।

