काल्पनिक युद्ध
काल्पनिक युद्ध
हर समाज में शकुनि बैठा है
जरा संभलकर ज़ीना
हर फेमिली में सुयोद्धन है
सोरी सोरी ..अब दुर्योधन बन गया
किस किस से लूं दुश्मनी मोल लूं
मैं सीधा साधा मिडल क्लास इन्सान
मन मेरा विचलित हो गया
किस पर विश्वास करूं?
रिश्तेदार अपनी अपनी तुक में
भरोसा नहीं अब अपने पर भी
हताश हो गया मै सीधा साधा इन्सान
कितना काल्पनिक युद्ध करूं
कोई कहे मेरे तो गिरिधर गोपाल
अब इश्वर को ही याद करूं!
सच्चा मार्ग दिखेगा मुझे!
कृष्णा को हमेशा याद करूं
कृष्णा कहूं या श्री कृष्ण कहूं
मेरे तो गिरिधर नागर कहूं
अब भी चलता है युद्ध
उसे काल्पनिक कहूं या वास्तविक कहूं?