STORYMIRROR

Kaushik Dave

Abstract Fantasy Others

4  

Kaushik Dave

Abstract Fantasy Others

"आधा सच"

"आधा सच"

1 min
418

आधा सच आधा झूठ


 इनमें कितना है झूठ ?


 सच मानकर चलें है हम


 मालूम हुआ कि सब कुछ है झूठ


 आधा सच बताने वाला


 कुछ न कुछ छिपाता है


 इसलिए आधा सच मानना भी


 हमारे लिए हानिकारक होता है


 कोर्ट में भी आधे सच पर


 दोषी भी छूट जाता है


 परीक्षा में आधा सच लिखोगे तो


 अव्वल नंबर नहीं पा सकोगे


 सच बोलना आसान नहीं है


 इसलिए लोग आधा सच बोलते हैं


 आधे सच को मानकर जीना


 जिंदगी में हम भूल करते हैं।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract