सबको अपना बनाते चलो
सबको अपना बनाते चलो


मुस्कुराते चलो,
कुछ मुश्किलों से सीख,
गुनगुनाते चलो,
राह में मिलेंगे,
कुछ और दुःखी,
कुछ उनका भी दुःख,
बटाते चलो,
खुशियां दे कर अब सबको,
कुछ नया गीत,
गाते चलो,
माना कष्ट तुम्हें भी है,
इनसे भी कुछ,
नया सीखते चलो,
देखो प्यारी प्रकृति अपनी,
कुछ इनसे भी बाते करो,
कुछ कहती है,
मौन की वाणी,
कुछ उनको भी,
सुनते चलो,
कुछ वृक्षों से करो वार्ता,
कुछ पशुओं से बाते करो,
पक्षियों की चहचहाहट
कुछ कहती,
चलो उसे भी सुनते चलो,
बहुत सिखाता हर तत्व
यहाँ पर,
सबसे कुछ ज्ञान लेते चलो,
बस दुःख बटाते चलो,
सुख देते चलो,
मुस्कुराते चलो,
गुनगुनाते चलो,
सबको गले लगाते चलो,
प्रेम कुछ यूं लुटाते चलो,
एक परिवार सी ह ये धरा,
बस सबको अपना बनाते चलो,
बस सबको अपना बनाते चलो।।