सब कुछ पाकर तुम्हें खो दिया
सब कुछ पाकर तुम्हें खो दिया
मैंने कहा था जिंदगी में साथ नहीं दे सकतीं
पर उसने तो जीना ही छोड़ दिया
जिसका दिल तोड़ा था कुछ दिन पहले
आज उसने अपना दम तोड़ दिया
जीते जी कभी तुमसे बोला ही नहीं कि
तुम मेरी जिंदगी का एहम किस्सा हो
अब तो कहने का मतलब ही नहीं पर
तुम आज भी मेरी जिंदगी का हिस्सा हो
अफसोस ये सब अब लिख रही हूं
जो मुझे पहले ही कहना चाहिए था
माना दिल में नहीं रह सकतीं थीं पर
कम से कम जिंदगी में रहना चाहिए था
तुमसे प्यार ना कर पाना मेरे लिए
सिर्फ सिर्फ और सिर्फ मजबूरी थी
मैं तो हमेशा से तुम्हारे आस पास थी
बस सब एक दिखावे की दूरी थी
मुझे लगा दूर रहकर जीना सीख जाओगे
गैर मौजूदगी में किसी और को अपनाओगे
तुमने सब कुछ खोकर मुझे पाया था और
आज मैंने सब कुछ पाकर भी तुम्हें खो दिया।