सब किस्मत का खेल है
सब किस्मत का खेल है
कहते है हर किसी की किस्मत होती है
इंसान हो या हो जानवर
निर्जीव हो या जीवित वस्तु
हर कोई चीज़ जो धरती पर है उसकी किस्मत होती है
किस्मत मैं जो लिखा है वही होता है
हम कितना चाहते है की हम जिसे प्यार करे वो हमें मिले
मगर अगर किस्मत मैं ना हो तो वो पल भर मैं बदल जाता है
अगर हो तो दूर हुआ इंसान भी वापिस आ जाता है
सब किस्मत का खेल है
हम जिंदगी में बहुत चीजों का चेहेन करते है
मगर मिलता वही है जो किस्मत में लिखा होता है
हम हंसते रोते है जिंदगी में वो भी किस्मत का खेल है
किस्मत बहुत खेल खेलती है
कभी बहुत रुलाती है तो कभी हंसाती है
तो कभी आई हुई खुशी को पल में दुःख में बदल देती है
सब केहते है कर्म का खेल है जो किस्मत बनता है
कर्म अच्छे करने के बाद भी किस्मत कितना रुलाती है
क्यु भगवान किस्मत लिखते है
क्यु नहीं इंसान को अपनी किस्मत लिखने देते है
सोचो अगर इंसान अपनी किस्मत लिख सकता तो कैसी होती दुनिया
सब किस्मत का खेल है
कभी रंक बनाती है तो कभी राजा
किस्मत से कोई बच नहीं पाता
बस जिंदगी पुरी इस चाह में निकल जाती है की
आज की सुबह मेरी किस्मत बदल जाए
किस्मत का खेल है निराला
बहुत रुलाती है
बस हम है किस्मत की डोर आज है कल नहीं
सब किस्मत का खेल है
पता नहीं कल कौन सा मोड़ ले ले
