Sunita Katyal
Tragedy
हम से तेरा साथ क्या छूटा
जैसे सारा जहां रूठ गया
कहते हैं शायद इसी को बेबसी
जिंदा है, पर दिल हमारा टूट गया
जीवन की परेशा...
हवा के साथ बह...
किसी से नहीं ...
हमें क्या
रात ये कह कर ...
जीवन की परिस्...
किस से कहूं
भ्रमित ना हो
लॉक डॉउन और ह...
अकेलापन और लॉ...
हैरानी है,सारे संस्कार कहाँ चले जाते , कुछ लोग देश अहित कदम उठाते। हैरानी है,सारे संस्कार कहाँ चले जाते , कुछ लोग देश अहित कदम उठाते।
मंजूरी मिली 5जी को नए संकट का है, ये आगाज। मंजूरी मिली 5जी को नए संकट का है, ये आगाज।
दीन खोकर ईमान खोकर, अब पास मेरे है क्या भला।। दीन खोकर ईमान खोकर, अब पास मेरे है क्या भला।।
हुगली बंगाल माँ भारती का लाल कन्हैया का जन्म।। हुगली बंगाल माँ भारती का लाल कन्हैया का जन्म।।
वृक्षों की व्यथा को महसूस कीजिए उनके हृदय को अब और छेदिए। वृक्षों की व्यथा को महसूस कीजिए उनके हृदय को अब और छेदिए।
यही है हमारें बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर। यही है हमारें बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर।
माँ ने कहा पानी में झाँककर। अपने चेहरे पर मत रीझना। माँ ने कहा पानी में झाँककर। अपने चेहरे पर मत रीझना।
धरती झूमें, मनोहरी, हरिभरी लहलहाती थी। पशू-पक्षी,पेड़-पौधो संग इठलाती-बलखाती थी। धरती झूमें, मनोहरी, हरिभरी लहलहाती थी। पशू-पक्षी,पेड़-पौधो संग इठलाती-बलखाती थ...
आकाश की ऊँचाइयों को छूने की चाहत में उड़ कर वापिस नहीं आते हैं- आकाश की ऊँचाइयों को छूने की चाहत में उड़ कर वापिस नहीं आते हैं-
स्वयं से होता जब सम्वाद , बहुत अम्मा तू आती याद.....। स्वयं से होता जब सम्वाद , बहुत अम्मा तू आती याद.....।
वर्ना है निश्चित लम्बी रात पकड़ के रखना भाई हाथ देखो आया झंझावात। वर्ना है निश्चित लम्बी रात पकड़ के रखना भाई हाथ देखो आया झंझावात।
प्रेम और सौहार्द की बातें हुई चूर चूर उत्तेजना और डर की मुलाकातें हुई मशहूर। प्रेम और सौहार्द की बातें हुई चूर चूर उत्तेजना और डर की मुलाकातें हुई मशहूर।
भारत के परिधान विसरदय, रहे विदेश अपनाई। भारत के परिधान विसरदय, रहे विदेश अपनाई।
संविधान के रहते ये हाल है क्या हथियार को अब सरताज कहूँ। संविधान के रहते ये हाल है क्या हथियार को अब सरताज कहूँ।
अब इतनी बेशर्मी तो न ही दिखाइए, शहीदों के बलिदान का मजाक तो मत बनाइये। अब इतनी बेशर्मी तो न ही दिखाइए, शहीदों के बलिदान का मजाक तो मत बनाइये...
दुनियाँ उसको समझ सकी न न परिवार को ही वो समझ में आया।। दुनियाँ उसको समझ सकी न न परिवार को ही वो समझ में आया।।
आँकडों की बाढ़ में भावनाएँ ....बह गई हैं ... आज़ादी की गाथाएँ सिर्फ़ किताबों में रह गईं। आँकडों की बाढ़ में भावनाएँ ....बह गई हैं ... आज़ादी की गाथाएँ सिर्फ़ किताबों में...
रहेगा आपका एहसास पापा आप हमारे बेहद खास. रहेगा आपका एहसास पापा आप हमारे बेहद खास.
सवाल मत पूछो , बवाल मत करो मुबारक हो सबको, अच्छे दिन यार । सवाल मत पूछो , बवाल मत करो मुबारक हो सबको, अच्छे दिन यार ।
अबकी त्योहारों पर आऊंगा नहीं सजन घर आया सुन पाऊं या नहीं। अबकी त्योहारों पर आऊंगा नहीं सजन घर आया सुन पाऊं या नहीं।