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Kishore Kumar

Romance

3  

Kishore Kumar

Romance

ॠतुराज के संग

ॠतुराज के संग

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कामिनी, कंचन काया

वसंत को साथ में लाई

सुमधुरभाषिणी, कर्णप्रिया 

ॠतुराज के संग आई ।


मुस्काती, मदमाती 

नव वसंत पर सवार चली

काम नयन से

कर वसंत को मात चली ।


मंद-पवन सुगंधित गेसू 

कर सुवासित हो चली

कानन-कुसुमित मुख से अपना 

मोहित वसंत को कर चली ।


नूपुर भी छन-छन करती आई

झूम पुष्पों ने विहार किया

उनके आने की बेला में 

ॠतुराज ने स्वागत गान किया ।



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