प्रेमांजलि मेरी कहानी संग्रह है।
चहुँ ओर बिखरा है, कलि जूही का या नैन तृप्त करूं, उनके शीतल मुख का।कवरद चहुँ ओर बिखरा है, कलि जूही का या नैन तृप्त करूं, उनके शीतल मुख का।कवरद
नूपुर भी छन-छन करती आई झूम पुष्पों ने विहार किया उनके आने की बेला में ॠतुराज ने स् नूपुर भी छन-छन करती आई झूम पुष्पों ने विहार किया उनके आने की बेला में ...
पीली-पीली सरसों खेतों में जब भी दिखती हैं, देख कृषक हर्षाता है पौधों को दुलराता है, पीली-पीली सरसों खेतों में जब भी दिखती हैं, देख कृषक हर्षाता है पौधों क...
मन-चंचल, चितवन नभ को भागे मुख-मंडल उर्वशी से लागे आगे। मन-चंचल, चितवन नभ को भागे मुख-मंडल उर्वशी से लागे आगे।
मुख चन्द्रप्रभा सा कंचन कर दे आतुर मन को शीतल कर दे। मुख चन्द्रप्रभा सा कंचन कर दे आतुर मन को शीतल कर दे।
रजनी बीती, उषा हुई नभ नई किरण में नहाई है पुष्प-गुच्छों का मधुर मिलन ली वसंत ने अं रजनी बीती, उषा हुई नभ नई किरण में नहाई है पुष्प-गुच्छों का मधुर मिलन ...
हरित पत्ती, ह्रदय उमंग हुआ वसंत में नव जीवन का संचार हुआ। हरित पत्ती, ह्रदय उमंग हुआ वसंत में नव जीवन का संचार हुआ।
उनकी खुशबू अब भी ताजी है वर्षों से सांसों में समाई है जब भी चलती है उनकी महक आने उनकी खुशबू अब भी ताजी है वर्षों से सांसों में समाई है जब भी चलती है ...
आपस में गले मिल रहे हों पुरानी यादों में गुम हो जाना आपस में गले मिल रहे हों पुरानी यादों में गुम हो जाना
वो रिश्ते निभा जाते हैं जिनसे उम्मीद कहाँ ही रहती है। वो रिश्ते निभा जाते हैं जिनसे उम्मीद कहाँ ही रहती है।