STORYMIRROR

Sonam Kewat

Horror

3  

Sonam Kewat

Horror

रहस्यमयी दुनिया

रहस्यमयी दुनिया

1 min
607

अंधियारे रात में उस दिन हम,

एक घटना हुई हमारे साथ।

हम दो दोस्त के अलावा,

कोई नहीं था आस पास।


राही थे हम भटके हुए जो,

एक बंगले में जा पहुंचे।

सन्नाटा था चारों तरफ,

शायद सब थे सो चुके।


उस अंधेरे में से एक परछाई,

हमारी तरफ आ रही थी।

हरकतों से लगता था कि,

वो हमें भगा रही थी।


आत्मा भटक रही थी वहाँ,

जो हमारे आर पार जाने लगी।

डर से कांप रहें थे हम,

वो और हमें डराने लगी।


बच कर निकल गए हम,

आज भी वो रात याद है।

खुदा ना करे फिर हो ऐसा,

यही हमारी फरियाद है।


बहुत कुछ छिपा है यहाँ,

जाने क्या किसने किया है,

हमारी दुनिया से अलग भी,

एक रहस्यमयी दुनिया है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Horror