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Padma Motwani

Abstract

4.5  

Padma Motwani

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रहस्य

रहस्य

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आदि से अंत तक 

रहस्यों की यह दुनिया है।

बचपन से बुढ़ापे तक 

रहस्यों की यह दुनिया है।


ज्ञान में रहस्य है 

विज्ञान में रहस्य है।

भक्ति में रहस्य है, 

शक्ति में रहस्य है।


बच्चा बोलना सीख जाता

गिरकर वह चलना सीख जाता।

बड़ा मनभावन यह रहस्य है।


विष का प्याला पी गई मीरा 

हनुमान ने सूक्ष्म रुप धारण किया

कितना अद्भुत विचित्र रहस्य है। 


कविता के भाव मन को बहलाते 

कहानी के पात्र दिल में बस जाते 

साहित्य का भी अद्भुत रहस्य है।


समझ सको तो समझो इनको

जीवन नैया पार कर लो।



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