Shabnam Parveen
Fantasy
आपकी याद आती रही रात भर
शबनमी आंखें मुस्कुराती रही रात भर।
रात भर दर्द का चिराग़ जलता रहा
ग़म की लाॅ थरथरती रही रात भर।
यादो की शमा जलती रही
शमा की रोशनी जगमगाती रही रात भर।
कई लहरें उठती रही
कई मौजें साहिल से टकराती रही रात भर।
मेरी याद में
अजनबी
रात भर
हमारी कहानी
जीवन एक सागर
मेरा बचपन
तेरा इंतज़ार
अब आ भी जाओ हृदयवर, विवशता जान पर आयी है। अब आ भी जाओ हृदयवर, विवशता जान पर आयी है।
मुझे रोग हुआ है इश्क़ का इस दर्द की दवा तू है। मुझे रोग हुआ है इश्क़ का इस दर्द की दवा तू है।
तेरी ओझल सी बूंदोंवाली हँसी के खतिर मैं सौ बारिशें हार दूँ। तेरी ओझल सी बूंदोंवाली हँसी के खतिर मैं सौ बारिशें हार दूँ।
होश में होकर भी मदहोशी कुबूल की थी मुहब्बत में गुलशन तलाशना चाहा मैंने भूल कि थी!" होश में होकर भी मदहोशी कुबूल की थी मुहब्बत में गुलशन तलाशना चाहा मैंने भूल...
बैठो ज़रा कुछ देर तो, थोड़े सवाल जवाब करें। बैठो ज़रा कुछ देर तो, थोड़े सवाल जवाब करें।
जिंदगी के सुहाने सफर में मेरे साथी बन जाओ... जिंदगी के सुहाने सफर में मेरे साथी बन जाओ...
चिड़ियों की चहचहाहट से प्यारे, जीवनमय बगिया खिलखिलाती मिलेगी।। चिड़ियों की चहचहाहट से प्यारे, जीवनमय बगिया खिलखिलाती मिलेगी।।
कोई तो कर रहा होगा मेरी कमी पूरी, तभी तो मेरी याद आती नहीं तुम्हें कोई तो कर रहा होगा मेरी कमी पूरी, तभी तो मेरी याद आती नहीं तुम्हें
मिल जाते तो उन्हें कभी नहीं भूल पाते ! मिल जाते तो उन्हें कभी नहीं भूल पाते !
कल उसने ज़ब अचानक से कह दिया, ब्रेकअप वाली बात....! कल उसने ज़ब अचानक से कह दिया, ब्रेकअप वाली बात....!
सुन सको तो सुन जाओ सूरों से सूर मिला जाओ। सुन सको तो सुन जाओ सूरों से सूर मिला जाओ।
मेरा आशियाँ तरस गया तू जो मेरे साथ चल दी तो मेरा जहाँ बस गया। मेरा आशियाँ तरस गया तू जो मेरे साथ चल दी तो मेरा जहाँ बस गया।
जैसा मिल जाए उसे वैसे गुज़ारा जाए।। जैसा मिल जाए उसे वैसे गुज़ारा जाए।।
शुक्ल, कृष्ण का निरंतर चलते रहने का आह्वान, पल- पल अध्ययन कराते पक्षों की महत्व पूर्ति शुक्ल, कृष्ण का निरंतर चलते रहने का आह्वान, पल- पल अध्ययन कराते पक्षों की महत...
चाँद को क्या पता दाग जो दामन पे उसके कैसे पिरो देता हर लफ़्ज़ों में शायरी। चाँद को क्या पता दाग जो दामन पे उसके कैसे पिरो देता हर लफ़्ज़ों में शायरी।
प्यार अगर दूरी से कम होता, तो आज हर रिश्ता गुम होता। प्यार अगर दूरी से कम होता, तो आज हर रिश्ता गुम होता।
बन के आग जो बरसोगे तो शोला मैं बन जाऊंगा बन के आग जो बरसोगे तो शोला मैं बन जाऊंगा
ये क्या, अब तुम अगले साल आरहे हो। ये क्या, अब तुम अगले साल आरहे हो।
कलमा खुदा का भुल गया अब नाम तेरा बस पढ़ने लगा हूँ। कलमा खुदा का भुल गया अब नाम तेरा बस पढ़ने लगा हूँ।
चहूँ मनोरम, सुसज्जित दृश्यों की होती झनकार, सौभाग्य पर्व में मिले सदा प्रीतम का प्यार चहूँ मनोरम, सुसज्जित दृश्यों की होती झनकार, सौभाग्य पर्व में मिले सदा प्रीतम ...