STORYMIRROR

Shabnam Parveen

Romance

3  

Shabnam Parveen

Romance

तेरा इंतज़ार

तेरा इंतज़ार

1 min
449

होते ही सांझ नजर मेरी

दरवाज़े पे जाती है,

तू आने वाला है

ऐसी मुझे आहट आती है।


धीरे धीरे सांझ ढल जाती है

काली अंधेरी रात भी

चांदनी में बदल जाती है

ठहर जाती है मेरी सांसें

थम जाता है वो लम्हा,


जब अचानक से तू

सामने आ जाता है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance