जीवन एक सागर
जीवन एक सागर


जीवन सागर में जो लेता गहरा होता है
मोती पाने का हकदार वही तो होता है
मज़ा क्या होता धारा का उसे क्या पता
किनारे खड़े हो कर जो समय दे बीता
वो तो सिर्फ अफसोस भरे आंसू ही रोता है
जीवन सागर में जो लेता गहरा होता है
मोती पाने का हकदार वही तो होता है
ये मोती ये फूल और ये सुबह का प्रकाश
मिले उसे जो करता है आत्मा में वास
आत्म प्रभु को छोड़ दास जग में क्यों रोता है
जीवन सागर में जो लेता गहरा होता है
मोती पाने का हकदार वही तो होता है।