पति कैसे खुश रह लेते हैं।
पति कैसे खुश रह लेते हैं।
पत्नी ने पति से कहा
आप हर हालत में इतने खुश कैसे रह लेते हैं।
हम आपको हजार जली कटी सुनाते हैं।
पर आप हैं कि सब कुछ चुपचाप सह लेते हैं।
पति ने कहा प्रिय मुझे अपना घर चलाना है।
तुमसे बिना ज्यादा झगड़ा किए जिंदगी बिताना है।
इसलिए मैंने अपना स्वभाव आलू जैसा कर लिया है।
जो तुम्हारी कड़वी मीठी या मिर्ची सी तीखी।
किसी भी सब्जी में एडजस्ट हो जाता है।
और इसीलिए थोड़ी बहुत गालियां खाकर भी
थोड़ा मौन रहकर भी हमारा समय कट जाता है।
हम फोन पर 30 सेकंड से ज्यादा नहीं गपियाते हैं।
और इसीलिए आपसे कम से कम गाली खाते हैं।
हमें हमारे दोस्त कभी आमंत्रण नहीं देते तो क्या।
हमारी दोस्ती उनकी भी मजबूरी समझते हुए पक्की है।
दोस्त जैसी हमारी सदा एक ही हेयरस्टाइल पक्की है।
औरतें यही समझती हैं कि यह मर्द प्रजाति झक्की है।
किसी भी शॉपिंग के लिए हमें थोड़ा सा समय ही काफी है
समय शेष समय प्रिय तुम्हारे लिए लिए ही तो बाकी है।
हमें किसी दूसरे मर्द के कपड़ों को देखकर जलन नहीं होती।
जो ड्रेस आज आज पहनी है वही ड्रेस कल की पार्टी के लिए भी सही होती ।
इसी तरह हम एडजस्ट करते हैं हमेशा खुश रहते हैं।
आप है प्रिय कि सब कुछ पाने के बाद भी रोते रहते हैं।