कई लहरें उठती रही कई मौजें साहिल से टकराती रही रात भर। कई लहरें उठती रही कई मौजें साहिल से टकराती रही रात भर।
चिराग़ों के मेले हैं और झांकी खूबसूरत है. चिराग़ों के मेले हैं और झांकी खूबसूरत है.
सवारूंगी उसके उज्जवल भविष्य को और बनेगा वह पुनः विश्व गुरु...! सवारूंगी उसके उज्जवल भविष्य को और बनेगा वह पुनः विश्व गुरु...!
बिना किसी पल रुकते रुकते रोशनी की किरण में ही आलोप हो गई। बिना किसी पल रुकते रुकते रोशनी की किरण में ही आलोप हो गई।
हैरान होकर मैं सोच ही रहा था, पास एक आहट से डर सा गया था हैरान होकर मैं सोच ही रहा था, पास एक आहट से डर सा गया था