राम रमैया
राम रमैया
राम रमैया सुन ले भैया,
राम युग फिर आया है,
पर पहले से बैठे कई रावण,
उनकी अजीब माया है।
राम राम कह कर रावणो ने,
राम को ही भरमाया है,
राम के ही भक्तो को सबने,
आपस में ही लड़ाया है।
राम नाम का कर के सौदा,
सबने अपना घरौंदा बनाया है,
राम बेचारे उलझ गए हैं,
रावण बने इंसानों में।
