प्यार
प्यार
अब जिंदगी थम सी गयी है
जबसे तुमसे मिला हूँ
अब तो हर पल सताता है
जबसे तुमसे दूर गया हूँ
संभलता नहीं अब मुझसे
यूँ अकेले पल बिताना
पता नहीं पहले क्यों नहीं सुझा
यह प्यार तुमसे जताना
अब जरूरी सा हो गया है
तुमसे मिलना, बातें करना
अब तो रुकता ही नहीं है
बेवजह हँसना, मुस्कुराना,
कह दो पागल मुझे
इश्क़ मोहब्बत में सब जायज़ है
सब भले अंजान रहे इससे मगर
मेरी मोहब्बत का
गवाह यह कागज़ है।