जो नही है मेरी उसको याद कर रोता हूँ सुनता कुछ भी नही बीते पल लिख कर सुनाता हूँ जो नही है मेरी उसको याद कर रोता हूँ सुनता कुछ भी नही बीते पल लिख कर सुनाता हू...
कभी भीगने की आस में सूखती जाती हूँ कभी सूखने की आस में, सीलती जाती हूँ ! भावनाओं की नमी ने ही, जोड़ र... कभी भीगने की आस में सूखती जाती हूँ कभी सूखने की आस में, सीलती जाती हूँ ! भावनाओं...
लेकिन कभी मुझसे कुछ न कहता हैं वह मैं निरंतर बह रही हूँ ! लेकिन कभी मुझसे कुछ न कहता हैं वह मैं निरंतर बह रही हूँ !
अब तो आदत हो गई है, हर किसी को हँसाने की अब जरुरत नहीं पड़ती हर किसी को समझाने की अब तो आदत हो गई है, हर किसी को हँसाने की अब जरुरत नहीं पड़ती हर किसी को समझा...
क्या यही प्यार है एक बस यही सवाल है। क्या यही प्यार है एक बस यही सवाल है।
तड़पी तोहरे याद आँख आँसू नहर हो गईल । तड़पी तोहरे याद आँख आँसू नहर हो गईल ।