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Shyam Kunvar Bharti

Romance

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Shyam Kunvar Bharti

Romance

बे असर हो गईल

बे असर हो गईल

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सनम हमरे प्यार केवनों नजर हो गईल

चहली छिपाई हम दुनिया खबर हो गईल

हम ना चहली प्यार हमार बदनाम हो जाये

दुश्मन हमरे प्यार सारा शहर हो गईल


केतनों समझाई दिलवा तोहसे प्यार ना करे

कइल सारी हिकमत हमार बेअसर हो गईल

उड़ी गइली नींद कही चैन न आवेला

मरीज दिल तोहरे हुश्न के असर हो गईल


पागल भईली तोहरे इश्क काहे नाही बुझेलू

फटी के करेजा सनम दर बदर हो गईल

लूट लिहलु करेजा जान अब जान लेबू का

रात दिन गली तोहरे भारती बसर हो गईल


रोकेला जमाना हमके मिले नाही देला तोहसे

मचल हाहाकार दिलवा दुनिया गदर हो गईल

तोहरे रूप के समन्दर हम डुबकी लगाईला 

तड़पी तोहरे याद आँख आँसू नहर हो गईल ।


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