प्यार
प्यार


इस क़ायनात को जैसे तूने
उल्टा पलट दिया,
मेरी जान तेरे साथ मैं
सितारों में तैरा करता हूँ।
जागता हूँ न सोता हूँ
नींदों को ऐसे तूने उड़ा दिया,
ऐ तबीब मेरे आजकल
मैं पागलों सा फिरा करता हूँ।
कभी तुझको देखता
कभी तेरी यादों में रहता हूँ,
तेरे साथ थोड़ा माज़ी में जीता हूँ
थोड़ा हाल में जिया करता हूँ।
सुर्ख़ रंगों से मैंने वो ढाई हर्फ़
सफे पर उतार दिये,
निकाल निचोड़ कर अपना दिल
तेरा नाम प्यार लिखा करता हूँ।
मैं लफ़्ज़ों का दीवाना हूँ
तू मौसीक़ी की दीवानी है,
ये गीत गाया करता हूँ कि
मैं तुमसे मोहब्बत करता हूँ।।