महसूस करके कलम का प्रयोग अपने रूह के सुकून के लिए करने वाला चिकित्सा महाविद्यालय का छात्र
मैं फिर यादों के शहर में जाता यादों से लम्हे ले आता चुपके से कानों में उनके फिर बताता मैं फिर यादों के शहर में जाता यादों से लम्हे ले आता चुपके से कानों में उनक...
कश्मीर गर हमारा है तो कश्मीरी भी हमारे हैं क्या अपने कॉलेज वाला लड़का अपना भाईजान न रहा? कश्मीर गर हमारा है तो कश्मीरी भी हमारे हैं क्या अपने कॉलेज वाला लड़का अपना भाई...
इन यादों से बचपन की इन बातों से सीखा जीवन 'साकेत' अब भी ढूँढा करता वो बचपन और चार यार इन यादों से बचपन की इन बातों से सीखा जीवन 'साकेत' अब भी ढूँढा करता वो बचपन और...
तेरा जाना भी क्या जाना था मेरा तो जैसे मर जाना था। तेरा जाना भी क्या जाना था मेरा तो जैसे मर जाना था।
झूठ,सच,यारी ख़ुलूस, दोस्ती, वफ़ा इन सब बेकार बातों का अब मोल कहाँ झूठ,सच,यारी ख़ुलूस, दोस्ती, वफ़ा इन सब बेकार बातों का अब मोल कहाँ
ये आसान ही तो है महज़ आसमान ही तो है। ये आसान ही तो है महज़ आसमान ही तो है।
घूम रही थी अब वो लंका में बेरोक-टोक, कभी मंदोदरी चौराहा, कभी रावण चौक ! पहुँची अब वो एक वाटिका म... घूम रही थी अब वो लंका में बेरोक-टोक, कभी मंदोदरी चौराहा, कभी रावण चौक ! पहुँ...
मैं लफ़्ज़ों का दीवाना हूँ तू मौसीक़ी की दीवानी है, ये गीत गाया करता हूँ कि मैं तुमसे मोहब्बत करता... मैं लफ़्ज़ों का दीवाना हूँ तू मौसीक़ी की दीवानी है, ये गीत गाया करता हूँ कि मै...
प्यार की इंतहा को दर्शाती कविता जिसमें खुद से अधिक प्रेमिका से प्रेम है। प्यार की इंतहा को दर्शाती कविता जिसमें खुद से अधिक प्रेमिका से प्रेम है।
दूर रहो-पास रहो, देखो-नही देखो, मिलो-नही मिलो, फ़र्क नही पड़ता दूर रहो-पास रहो, देखो-नही देखो, मिलो-नही मिलो, फ़र्क नही पड़ता