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pawan Mohakul

Tragedy

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pawan Mohakul

Tragedy

प्यार में त्याग की जरूरत है

प्यार में त्याग की जरूरत है

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तुम्हारे लिए तो मैंने तोड़ दिया था सब हदें,

और फिर तुम मुझे ही तोड़ कर चल दिए ।


बहुत जरूरी था पूछना वो कुछ सवाल,

और तुम मुझे लाजवाब छोड़कर चल दिए ।


समंदर पार होकर भी दूर नहीं थी मुझसे,

इतना करीब आकर मुंह मोड़ कर चल दिए ।


जान पहचान बढ़ाने का सिलसिला था,

तुम सब बातों से अनजान होकर चल दिए ।


अधूरा इश्क, अधूरी बात, अधूरी चाहत,

हमसफर सफर अधूरा छोड़ कर चल दिए ।



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