प्यार के रंग
प्यार के रंग
आओ इस होली सब मिलकर
प्यार के रंग उड़ाते है।
बहुत जलाली होलिका हमनें,
अब अपने अंदर की बुराई मिटाते हैं।
लालरंग सा रिश्ता अपनों से विश्वास का बनाते है।
नीलेरंग सा छोटों के मन में आस्था बन बस जाते है।
नारंगी सी ऊर्जा अपने कार्यों में लाते हैं।
अविश्वास, बुराई,गुस्सा जैसे काले रंग को आसमानी
से पवित्र रंगसे मिटाते है।
हरे रंग से अपनी धरती को स्वर्ग बनाते हैं।
आओ हम पानी बनकर इस होली,
हर रंग में घुल मिल जाते हैं।
नफरत और भेदभाव मिटा कर
प्यार के रंग उड़ाते हैं।
बहुत जला ली होलिका हमनें,
अब अपने अन्दर की बुराई मिटाते हैं।