प्यार के रंग
प्यार के रंग
चलते चलते कभी थम जाया करो
मैं तुम्हें याद करूंँ तुम मुझे याद आया करो
हमेशा पहल मेरी तरफ से ही क्यों हो
कभी बिन बुलाए तुम भी आ जाया करो
बात छुपाने से और भी खुलेआम होती है
ग़ैर की बातों में तुम आया ना करो
बहुत उदास रहता हूंँ तुम्हारे बिना
कभी मेरे हालत पर भी तरस खाया करो
ज़रूरी नहीं है हरदम प्यार का इज़हार हो
मगर कुछ कहना हो तो कह जाया करो
दिल में रखोगे तो तड़पोगे बहुत
लोग बेदर्द है इशारों में समझ जाया करो
हम उनकी बुराई तुमसे करे क्यों
अपने हालात पर तुम भी कभी
तरस खाया करो
अब मोहब्बत ही नहीं तो मलाल कैसा
यूँ हम पर ना इल्ज़ाम लगाया करो
रूठने वालों में तुम सबसे आगे हो
बे वज़ह यूँ आँसू ना बहाया करो
तुम्हारे साथ तो बड़ी महफ़िल है
कभी मेरे घर में भी आ जाया करो
चलते चलते कभी थम जाया करो
मैं तुम्हें याद करूं तुम मुझे याद आया करो।