प्यार जताया करो
प्यार जताया करो
दिल की बातें कभी उसे भी बताया करो,
प्यार का इजहार करके जताया करो।
जरूरी नही कि हर बात खुद जाहिर होगी,
ना तो वो तुम्हें जानने में हमेशा माहिर होगी।
इसलिए इजहार में ना वक्त जाया करो,
मौका मिले तो उसे भी बताया करो।
मान आहिस्ता से सब कुछ संभलता है,
जब दिल एक दूजे का मिलता है।
खामोशियों को भी पढ़ना सिखाया करो।
मोहब्बत तो फासलों में भी बरकरार है,
कर लो कुबूल अगर तुम्हे इकरार है।
जरा सा उनके करीब भी जाया करो।
इश्क शरीर की चाह का मोहताज नहीं,
क्या फायदा सजाया इसका ताज नहीं।
जरा रूह में भी उतरकर दिखाया करो।
माना कभी कभी बढ़ जाती ये दूरी है,
पर प्यार तो जताना भी जरूरी है।
इसलिए उन्हें भी एहसास करवाया करो।
सुना है यहाँ तो खुदा भी झुक जाता है,
मिलाने उन्हें वो खुद ही चला आता है।
दुआओं में नाम उनका आजमाया करो।