प्यार हुआ
प्यार हुआ
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ,
प्यार हुआ, प्यार का इज़हार हुआ,
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ ।
न आती थी नींद, न दिल को था करार,
ज़ीना मेरा तो अब हो ही गया था बेकार,
दिल की धड़कन अब न मेरा सुनती थी,
न ही वह धीरे धीरे दड़का करती थी,
जैसे उसे जल्दी ही कहीं पहुंचना था,
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ,
प्यार हुआ, प्यार का इज़हार हुआ,
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ ।
क्या करूँ उसका चेहरा इतना सुंदर था,
उसके दिल से मुझे मेरा चेहरा दिखता था,
न पता था कि वो भी मुझे चाहती हैं,
उसके दिल की धड़कन मेरा नाम रटती हैं,
न जाने क्यों अपना सब कुछ वार ही दिया,
सचमुच मुझे तो उससे ही प्यार हुआ,
प्यार हुआ, प्यार का इज़हार हुआ,
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ ।
मैं क्या पागल हूँ, जो मैंने ऐसा सोच लिया,
उसकी मीठी सी हँसी पर सब कुछ वार किया,
अब भी न समझी पाई है वो मेरे प्यार को,
मेरे दिल में बसी हुई उसकी पुकार को,
फिर भी मैंने उस पुष्प को दिल दिया,
क्योंकि मुझे तो उसी से ही प्यार हुआ,
प्यार हुआ, प्यार का इज़हार हुआ,
यारों मुझे तो अब उससे प्यार हुआ।

