प्यार बांटते चलो भाग -1
प्यार बांटते चलो भाग -1
नफ़रत के नश्तर कि
जिंदगी दाग दर्द दुश्मन
दिल दरिया मे घोलते जहर!!
जिंदगी धीरे धीरे पिघलती
मोम कि तरह शमा के रौशन
होने का नाज परवनो के
मीटने का एहसास कहर!!
जिंदगी बीमार कोफ्त
बोझ सिर्फ कसक हालात
हासिल वक़्त क़ो कोसती
बिना मर्ज बीमार!!
जिंदगी जिन्दा दिल इंसान
इनाम जिंदगी का सार बस
प्यार जिंदगी कि गहराई
सच्चाई कायनात!!
प्यार सुकून ख़ुशी खुश
किस्मत जज्बा जज्बात
फ़िक्र नहीं सारा जहाँ
अपना अंदाज!!
मीट जाता गैर का फसाला
कदम कदम लम्हा लम्हा
जिंदगी खुदा कि इनायत
तोहफो इनाम का जहाँ क़्या
बात?
जिंदगी का सार बस
प्यार ही प्यार डर दहशत
अंधेरों क़ो देता मात
उजियार!!
प्यार में मीट जाना खुद
खुदा कि रहम रहमत
जिंदगी कि बुनियाद सच
सच्चाई जिंदगी कि
जिंदगी का सार बस प्यार!!
प्यार दिल कि दस्तक
दिल के बंद दरवाज़े खोल
खुले साफ दिमाग़ का
दीदार दिलदार!!
इश्क प्यार का जूनून
दीवानापन जिंदगी
मकशद मंजिल कि
मुश्किलों से निकलती
बोलती मुस्कान!!
जिंदगी सफर साथ कि
रहती नहीं मोहताज
क्योंकि जिंदगी का
सार बस प्यार!!
ए वो हम तुम से
अलग ऊंच नीच का
भेद मिटाता नाज़नीन
नाज!!
नफ़रत का मरहम
दुश्मनी का दोस्त
दानिस दिगार!!
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!
