पूर्ण अर्थ तुम
पूर्ण अर्थ तुम
अपूर्ण शब्दों में पूर्ण अर्थ तुम
शाम तुम सुबह तुम
ख़्याल तुम हर ख़्वाब तुम
सुकून तुम मरहम तुम
मेरे होठों कि मुस्कुराहट तुम
होने वाली हर आहट तुम
जिंदगी की हर अहसास तुम
शबनम की बरसात तुम
हर सांस तुम मेरे हर कविता में तुम
मेरी राह तुम मेरी पहचान तुम
मैं खुद मैं कहां मेरी अस्त्वितव तुम
मेरे हर राज तुम मेरी हमराज तुम
मेरी प्यास तुम मेरी तलब तुम
मेरी कहानी तुम मेरी आत्मा तुम
अरमान तुम मेरी ललक तुम
सम्मान तुम मेरी अर्धांगिनी तुम
मेरी आखरी ख्वाहिश तुम मेरी सारी दौलत तुम
मांगा हूं रब से बहुत आराधना कर
वो वरदान तुम
मेरी व्याख्या तुम मेरे हाथों की लकीर तुम
मैं तो था बस एक साधारण शख़्स यूं अधमरा
मुझे कामिल बनाई मेरी फरिश्ता तुम
मेरी स्याही की पहली चाह तुम
अपूर्ण शब्दों में पूर्ण अर्थ तुम