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Shehla Jawaid

Romance

3  

Shehla Jawaid

Romance

पुकार लो

पुकार लो

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तुम पुकार लो 

इससे पहले रगों मे ख़ून जम जाए।


तुम पुकार लो 

इससे पहले धड़कने खामोशी में बदल जाए।


तुम पुकार लो

इससे पहले रात दिन का फ़र्क मिट जाएं।


तुम पुकार लो

इससे पहले चाँद सूरज के मायने बदल जाए।


तुम पुकार लो 

इससे पहले फ़ूल और काँटे का एहसास मिट जाएं।


तुम पुकार लो

इससे पहले आवाज़ पत्थर हो जाए।


तुम पुकार लो

इससे पहले ख़्वाब और हक़ीक़त में फ़र्क ना रहे।


तुम पुकार लो

पहचान ना सकूँ तुमको इससे पहले।


तुम पुकार लो

इससे पहले में पुकार लूँ तुमको।


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