पर्वतारोही का जज़्बा
पर्वतारोही का जज़्बा
आसान नही है किसी का पर्वतारोही बनना
हिम्मत और जज़्बा ज़रूरी होता है होना,
पर्वतों पर चढ़ना उसकी ऊंचाई नापना
हर पर्वतारोही का होता है सपना,
ना जाने कितनी कलाएं आसपास पनपती
चट्टानों पर चढ़ने की भी एक कला है होती,
पर्वतारोहण एक खेल, पेशा या शौक़ बनता
जब इसका जूनून सर चढकर है बोलता,
शारिरिक क्षमता और तकनीकी ज्ञान को बढ़ाना
पर्वतारोही के लिए है आवश्यक है इसे अपनाना,
अकल्पनीय ख़तरों से जूझकर आगे बढ़ना
अपने कौशल और अनुभव का प्रयोग है करना,
महत्वाकांक्षी होना भी गुणों का प्रकार
सफल होकर प्रसन्नता मिलती है अपार,
अविजित पर्वत शिखरों पर विजय पाना
पर्वतारोही के बस की ही बात है ये कर जाना।