परिवार ( एक अटूट बंधन)
परिवार ( एक अटूट बंधन)
तिनका तिनका जोड़ कर उस चिड़िया ने घोंसला बनाया,
दूर सूखे उस पेड़ पर अपना घर उसने बसाया।।
ईंटों से एक मकान हमने बनाया,
परिवार ने उस मकान को घर बनाया,
एहसासों और जज्बातों की नींव पर परिवार बनते है,
साथ चलने और भरोसे के दम पर परिवार मजबूत रहते है।।
तिनका तिनका जोड़ कर उस चिड़िया ने घोंसला बनाया,
दूर सूखे उस पेड़ पर अपना घर उसने बसाया।।
कोई खट्टा कोई मीठा है,
परिवार में हर रिश्ता अनूठा है,
कभी तीखी तकरार कभी ढेर सारा प्यार,
उलझने है कभी तो कभी सुलझे से है तार।।
तिनका तिनका जोड़ कर उस चिड़िया ने घोंसला बनाया,
दूर सूखे उस पेड़ पर अपना घर उसने बसाया।।
परिवार के इस बाग को माली ने मेहनत से सींचा है,
हर रंग के फूलों का इस बाग में बसेरा है,
अंकुर ने फूट कर वृक्ष का रूप लिया,
शाखाओं और डालियों से परिपूर्ण ये छायादार वृक्ष बन गया।।
तिनका तिनका जोड़ कर उस चिड़िया ने घोंसला बनाया,
दूर सूखे उस पेड़ पर अपना घर उसने बसाया।।
परिवार में घर के बढ़े को तजुर्बा तो छोटों को
कुछ नया कर दिखाने का जज्बा है,
हालातों के आगे हार नहीं मानते कुछ ऐसा दिलों में हौसला है,
कभी रूठना कभी मनाना,
हर परिवार का है यहीं फसाना।।
Happy international Day of families