शब्द गर भावों का धरातल है शब्द गर भावों का धरातल है
मेरे अहसासों के इतने करीब हो तुम, कि ये बन्द आंखे देख लेतीं हैं तुमको तेरा हँसना औ वो मेरे अहसासों के इतने करीब हो तुम, कि ये बन्द आंखे देख लेतीं हैं तुमको तेरा...
छोड़ दिया शहर तेरा, पर दिल से तुझे भुला न सका। छोड़ दिया शहर तेरा, पर दिल से तुझे भुला न सका।
कभी फूलों में पाया तो कभी बागों में उसे, कभी घटा में पाया तो कभी कोहरे में उसे! कभी फूलों में पाया तो कभी बागों में उसे, कभी घटा में पाया तो कभी कोहरे में उस...
आ भर दे मेरे एहसासों को, चढ़ा अपना रंग आ भर दे मेरे एहसासों को, चढ़ा अपना रंग
तुम्हारी आँखों को पहले पढ़ लिया करता हूँ तुम्हारी आँखों को पहले पढ़ लिया करता हूँ