उन के भी दुर्दम्य इरादे, वीणा के स्वर पर ठहरेंगे निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने कौन डगर उन के भी दुर्दम्य इरादे, वीणा के स्वर पर ठहरेंगे निकल पडे हैं पांव अभागे,जाने...
तुम्हारी आँखों को पहले पढ़ लिया करता हूँ तुम्हारी आँखों को पहले पढ़ लिया करता हूँ
सुना है नज़रों से, काज़ल चुराते है...। हमको उन नज़रों से,कुछ लफ़्ज़ चुराना था। सुना है नज़रों से, काज़ल चुराते है...। हमको उन नज़रों से,कुछ लफ़्ज़ चुराना था।
याद बनकर वो हमेशा के लिए हमारे साथ रह जाता है। याद बनकर वो हमेशा के लिए हमारे साथ रह जाता है।
सच इक बार ही सही, मेरा ख़्वाब हो जाये! सच इक बार ही सही, मेरा ख़्वाब हो जाये!
बस मीठी आवाज, अपने होंठों से एक बार मुझे सुना दे बस मीठी आवाज, अपने होंठों से एक बार मुझे सुना दे