प्रेम
प्रेम
प्रेमी कहता है -
तेरी याद भी तो गवाती मल्हार।
बनोगी हमारी चलेगी तुम्हार।।
तुम्हीं पे हमारी रहेगी कमान।
तभी तो हमीं से कहोगी न जान।।
प्रेमिका प्रेमी से -
नहीं जी हमारे निकालो न प्राण।
तुम्हें मैं बनाऊं हमारा जहान।
हमें जीवनी जो बनानी महान।
हमारी तमन्ना सजाना जहान।।