पल
पल
सुबह से शाम बहुत याद किया है तुम्हें
हर पल तस्वीर से तुम्हारी बातें की है
वेवश हो कर, तेरी यादों में डूबकर
भगवान तरह हरपल पूजा है तुम्हें
नहीं पता मुझे कि क्या होगा मेरी मोहब्बत का
सबकुछ भूलकर दिल में बसाया तुम्हें!

