पिता
पिता
पिता वो जो खुद से पहले बच्चों के बारे में सोचते हैं
खुद के कपड़े पुराने पर बच्चों के हमेशा नये होते हैं।
खुद पुरानी साइकिल चलाते पर बच्चों को बाइक दिलाते हैं
करते तो हैं बहुत प्यार वो पर बच्चों पर सख्ती दिखाते हैं।
गलतराह जो पकड़े बच्चा कान पकड़कर वापिस लाते हैं
बिदा करें जो बेटी को तो छुप- छुप कर आंसू बहाते हैं।
माँ की हर इच्छा पूरी कर परिवार को
खुशहाल बनाते हैं।
जो आये मुसीबत घर पर तो चट्टान बनकर सामने खड़े हो जाते हैं
देखकर खुश सभीको ये मन ही मन में मुस्काते हैं।