पहले प्यार का एहसास
पहले प्यार का एहसास
जाने क्यों आज याद उनकी आई,
बेरहमी से दिल को मेरे तड़पाई।
धीरे से वो मुस्कुराना उनका,
आॅंखों से कोई इशारे कर जाना।।
रह - रह के यूँ ख़ामोश हो जाना,
चाहकर भी कुछ कह नहीं पाना।
ये सब क्या था...
ये आज है मैंने जाना।।
हर तरफ मुझे वो ही नजर आए,
दिल मेरा जाने क्यों उन्हें भूल न पाए।
दूर रहके भी वो दिल के पास है,
शायद प्यार का ये पहला एहसास है।।
